Morning Manna daily devotional
यदि किसी मनुष्य ने पापों की क्षमा प्राप्त नहीं की है, यदि उसके अन्दर अंगीकार न किये हुए पाप हो, तो उसके हृदय में भय रहेगा। जब आदम ने परमेश्वर के विरूद्ध पाप किया, तो वह भय से भर गया। “ मैं तेरा शब्द बारी में सुनकर डर गया”, (उत्पत्ति 3:10) ऐसे वह कहता जब तक आपके अन्दर अगीकार न किए हुए पाप हो तो भय आपको सताता रहेगा। यह भय विभिन्न रूप से प्रगट होगा परन्तु उन सब का कारण कुछ अशुद्ध वस्तु है जो हृदय में छिपी हुई है।.
1 यूहन्ना 4:18 में हम पढ़ते हैं, कि "सिद्ध प्रेम भय को दूर कर देता है। यह सिद्ध प्रेम कलवरी का प्रेम है। क्या आप जानते है कि संसार में सबसे बड़ा पाप क्या है? सबसे बड़ा पाप है, परमेश्वर की बड़ी आज्ञा का उल्लंघन करना, अर्थात् "तू परमेश्वर अपने प्रभू से अपने सारे मन और अपने सारे प्राण और अपनी सारी बुद्धि के साथ प्रेम रख” (मत्ती 22:37,38) इसलिए सबसे बड़ा पाप है, अपने सारे हृदय से परमेश्वर से प्रेम नहीं रखना। प्रिय परमेश्वर के बच्चे, मनुष्य की सारी समस्याओं का समाधान है अपने संपूर्ण हृदय से परमेश्वर से प्रेम रखना।
Hindi Study Bible PDF
यीशु के प्रति हमारे प्रेम को हम कैसे माप सकते हैं? हम यीशु से उतना ही प्रेम रखते हैं जितना हम अपने सबसे बुरे शत्रु से प्रेम करते हैं। हम इस सच्चाई को मत्ती के 25वें अध्याय में पढ़ते हैं। जो कुछ आपने छोटे से छोटे व्यक्ति के लिये किया, वही यीशु के लिये किया। कुछ लोग न्याय के दिन यीशु को यह कहते हुए सुनकर भौंचक्के हो जाएँगे कि, "तुमने मुझसे बैर किया। हे कुकर्म करनेवालों, मेरे पास से चले जाओ ।
प्रिय पाठक, अपने सारे पापों के साथ यीशु के पास जाएँ। कलवरी का प्रेम आपके सारे पापों को क्षमा करेगा और आपके लिये सारे द्वार खोल देगा । आपकी समस्या कुछ भी क्यों न हो, कलवरी का प्रेम आपके सारे भय को जीत लेगा। कलवरी पर यीशु ने मृत्यु के भय को नाश किया और जीवन लाया।