Hindi Bible Study, पवित्र बाइबल वचन
यद्यपि इब्राहीम एक धनवान व्यक्ति था, तो भी उसने तम्बुओं में जीवन बिताया और अपने बच्चों और पोतों को भी तम्बुओं का (विश्वास का जीवन) सिखाया। क्यों? उसको नेव वाले नगर के बारे में प्रकाशन था जिसका रचनेवाला और बनानेवाला परमेश्वर है। (इब्रा. 11:10) निश्चय ही वह नगर यशब से बना नया यरूशलेम है।
हम सबके लिए उत्साहवर्धक और प्रेरणादायक बात यह है कि यद्यपि इब्राहिम और नये यरुशलम शहर में रहने के लिए नहीं बुलाया गया था, परन्तु जब उसे उस नगर का प्रकाशन मिला तो वह अपनी वृद्धावस्था में भी ऐसा एक बलिदान करके अपने देश अपने सगे सम्बन्धियों को छोड़कर प्रायः देश में जाकर तम्बुओं में रह सका।
यदि विश्वास के द्वारा हम पुनरुत्थान पाया हुआ शरीर और नई यरूशलेम और सीयोन उनके बारे में महिमामय प्रतिज्ञाओं को देख सकते हैं तो वह हमारी जीवनशैली में कितने बड़े अंतर को ले आएगा! कितनी आसानी से हम कई अनावश्यक बातों को छोड़ देंगे, जो हमारे जीवन को अस्त व्यस्त कर देती हैं! कितनी बातों को हम लाभ की बजाए हानि होकर समझेंगे! कितनी ही बातों को हम कूड़ा होकर समझते हुए फेंक देंगे! जिन बातों को हम अभी प्रिय और बहुमूल्य होकर समझते हैं, उसका मूल्यांकन हम कितनी विभिन्न रीति से करेंगे!